Monday, September 26, 2011

मीडिया की दोस्ती जी का जंजाल

राजकुमार का फ़ोन कई बार आया, बिजी होने की वजह से बात नहीं हुई पर जब दूसरे दिन भी सुबह सुबह तीन बार तो कुछ खटका...फिर जब उसने बताया भड़ास पर खबर के बारे...तो कुछ खटका, सतर्क रहने की सलाह देते वक्त सोचा रात में अवस्य पढूंगा...अभी पढ़ा तो कुछ वाहियात टिप्पन्नियों ने दिमाग हिला दिया...कौन हैं ये गधे...खैर छोड़ो सन्दर्भ के लिए...फिर लिखता हूँ...
"यशवंत जी, मैं राजकुमार यादव, फिरोजाबाद में ए2जेड न्‍यूज चैनल का रिपोर्टर हूं. करीब दो महीने पहले मैंने आरटीआई के माध्‍यम से मैनपुरी के एक गांव केशोपुर में हुए विकास कार्यों का ब्‍योरा मांगा था, जो ब्‍योरा मुझे दिया गया उसमें दो सौ बीपीएल कार्ड फर्जी पकड़े गए. इस मामले में मैंने मैनपुरी के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर तथा एसएमएस भेजकर अवगत कराया. इस मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
पर इसके बाद से ही मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही है. मेरे मोबाइल नम्‍बर 9808898695 पर लगातार इस नम्‍बर 9457881780 से धमकी आ रही है, जिसमें मुझे सबक सिखाने तथा जान से मारने की बात कही जा रही है. मैंने कई लोगों को इससे अवगत करा दिया है. अब आपसे आग्रह है कि इस बात को अपने पोर्टल पर रखें ताकि मुझे लोगों का साथ मिल सके और मुझे धमकी देने वालों का पर्दाफाश हो सके."(http://bhadas4media.com)
फिर कुछ लोगों की छींटाकसी है कृपया भड़ास पर पढ़ें (वो उचित स्थान है ताकि कमेन्ट भी कर सकें)
मुझे सिर्फ इतना कहना है की...शाबाश राजकुमार...
राजकुमार यादव स्ट्रिंगर है या रिपोर्टर ये मुद्दा नहीं है, मुद्दा ये है की उन्होंने दो सौ बीपीएल कार्ड फर्जी पकड़े और इस मामले में मैनपुरी के जिलाधिकारी को पत्र और एसएमएस से अवगत कराया कराया.और अब उन्हें धमकाया जा रहा है ...
कल हम सब इस लड़के को अच्छे कार्य के नियत परिणाम के लिए श्रधांजलि भी देने जाने शायद...(जैसा की उन्होंने लिखा ही है मेरे मोबाइल नम्‍बर 9808898695 पर लगातार इस नम्‍बर 9457881780 से धमकी आ रही है, जिसमें मुझे सबक सिखाने तथा जान से मारने की बात कही जा रही है. मैंने कई लोगों को इससे अवगत करा दिया है)
मीडिया से जुड़े लोगों को इस अच्छे कार्य के लिए और साहस के लिए उसकी सराहना करनी चाहिए न की छींटा कसी.
आश्चर्य है की राजकुमार यादव के साथ साथ मीडिया संस्थान में पढ़े साथियों, जो की वर्तमान में अलग अलग जगहों पर विद्यमान होंगे की कोई टिपण्णी नहीं ,उन्हें पत्रकारिता का आदर्श सिखाने वाले वरिष्ठ साथियों की भी कोई टिप्पणी नहीं,हाँ पर चोर उचक्के, लुचे लफंगों की "कुछ "जरूर हैं.
यशवंत ने इसे भड़ास पर उचित स्थान इसलिए दिया है की ऐसे मामलों में मीडिया एकजुट होकर पीड़ित साथी की मदद करे, न की नुक्ता चीनी कर ये दर्शायें की गुण्डे मवाली तो एक हैं पर मीडिया बंटा हुआ है, रिपोर्टर, स्ट्रिंगर, प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक, जिले और शहर जैसे वाहियात (चुतियापों-प्रबुध साथी क्षमा करें पर ये सही व्यक्त कर सकने वाला शब्द है ) में.
राजकुमार मेरी दुआ हमेशा तुम्हारे साथ है, ध्यान रखना जब तक तुममें सच्चाई का दम है ये टुच्चे गुण्डे मवाली कुछ ज्यादा नहीं बिगाड़ पाएंगे, तंग करेंगे और ये तो तुम शुरुआत से जानते ही थे...तभी तो अपने क्षेत्र में जाकर पत्रकारिता करना चाहते थे, बजाय यहाँ रहकर चाटुकारिता करने के.

मेरे बेटे ने तो "भिन्डिया टीवी" के लिए लाइने भी बनानी शुरू कर दी हैं...अभी से...
क्या गोली लगने  से पहले पूछेगी की राजकुमार-स्ट्रिंगर हो या पत्रकार...
क्या गोली लगने से स्ट्रिंगर मर जायेगा और पत्रकार जिन्दा रहेगा...
क्या करेंगे मैनपुरी के डी एम् इस मामले में...क्या कानून की आंखे देख पाएंगी...
जो हुआ उसे रोका जा सकता था क्या...
जानने के लिए देखें बंदरिया छाप साबुन प्रेसेंट "दस्तक-गुनाह की-आहट जुर्म की" रात १२ बजे के बाद कई बार...क्योंकि हम टेप लगा देंगे भैया.

हमें ऐसे मुद्दों को गंभीरता से लेकर प्रसासन और गुंडा तत्वों पर उचित दबाव बनाना चाहिए.
अंत में राजकुमार सिर्फ तुम्हारे लिए लिखा शेर एक बार और...इरशाद(This word is usually used in Urdu Shayri mehfil for encouraging the person who is about to speak a Shayri)...बाकी भाई लोग भी गौर फरमाएं...
"दुश्मनों का डर नहीं बेदाग़ हूँ जीदार हूँ ,
दोस्तों का खौफ है, कौन जाने मार ले "

सुभान अल्लाह...इरशाद*
*(This word is usually used in Urdu Shayri mehfil for encouraging the person who is about to speak a Shayri)
अच्छा तुमने वो सुना है क्या
मुझे माफ़ करना मैंने तुम्हारे शब्द की जगह अपना लिख लिया है वो तुम क्या कहते थे...
"*****" की दोस्ती जी का जंजाल" खैर छोड़ो अभी तुम्हारे कुछ दोस्तों को देखते हुए तो यहाँ "मीडिया" ही फिट है  "*****" की दोस्ती जी का जंजाल"
मिलने पर बताना कहीं तुम "****(moorkh) " तो नहीं बोलते थे...ये गन्दा शब्द है...मर्यादा से परे...तुम्हें सच में गोली मार देगा कोई...मंदिर जाया करो...मजारों पे माथा रगडो गलत रस्ते पर हो दोस्त...पर मैं तुम्हारे साथ हूँ...

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